01 मई को सबसे बड़ा राशि परिवर्तन होने जा रहा है। देवताओं के गुरु बृहस्पति 12 साल बाद शुक्रदेव की राशि वृषभ में प्रवेश करने वाले हैं। ज्योतिष में गुरु ग्रह का विशेष महत्व होता है। देवगुरु बृहस्पति शनिदेव के बाद दूसरे ऐसे ग्रह हैं जो सबसे धीमी गति से चलते हैं। यह एक राशि से दूसरी राशि में लगभग 13 महीनों के बाद गोचर करते हैं।
देवगुरु बृहस्पति 01 मई 2024 को दोपहर 02:29 मिनट पर राशि बदलेंगे. इस दौरान 12 जून को रोहिणी नक्षत्र में गोचर करेंगे. वहीं 9 अक्टूबर को देवगुरु बृहस्पति वक्री हो जाएंगे. इसके बाद गुरु 4 फरवरी, 2025 को मार्गी होंगे. वर्ष 2025 में 14 मई को देवगुरु वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में गोचर करेंगे.गुरु ग्रह को विस्तार, प्रगति और ज्ञान का ग्रह माना जाता है. गुरु ग्रह जातक के जीवन को अधिकांश क्षेत्रों को प्रभावित करता है.
बृहस्पति के राशि बदलने के कारण लंबे समय से प्रमोशन का इंतजार करने वाले लोगों को स्थान परिवर्तन के साथ सुखद संकेत भी मिल सकते हैं. राजनीति से जुड़े कुछ लोगों को जनता का सहयोग मिल सकता है. बुद्धि और ज्ञान बढ़ेगा, कुछ नया सीखने को मिलेगा, सेहत संबंधी परेशानियां भी कम हो सकती है. जॉब-बिजनेस और अन्य कई मामलों में निष्पक्ष फैसले भी होने के योग बन रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय व्यापार में वृद्धि के साथ शेयर बाजार फिर से बढ़ने की भी संभावना रहेगी.
Astrologer & numerologist Dr. Neha Shivgotra www.astroneha.com
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